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वारिसलीगंज के हैं लालू के पक्षकार अाैर सीबीआई  के वकील

अशोक प्रियदर्शी
           विगत एक महीने में रांची की विशेष सीबीआई कोर्ट ने चारा घोटाले के दो अलग-अलग मामलों में फैसला सुनायी है। दोनों ही मामलों में आरोपी अाैर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव को सजा हुई है। लेकिन यह बहुत कम लोगों को ही पता होगा कि जिस चारा घोटाल में सीबीआई की विशेष कोर्ट द्वारा  सजा सुनाई गई है या सजा का बचाव किया गया है, उसके वकील नवादा जिला के वारिसलीगंज के ही रहने वाले हैं। लोक अभियोजक यानि सीबीआई के वकील अाैर पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के पक्षकार वकील वारिसलीगंज के रहने वाले हैं।
           कभी जातीय हिंसा एवं नरसंहार के रूप में चर्चित हो चुके वारिसलीगंज के लोगों के लिए यह उपलब्धि काफी मायने रखती है। कहा जाता है कि कोहरा चाहे कितनी भी घनी क्यों न हो,प्रभाव और प्रतिभा का सूरज उदित होना ही है। कमोबेश यही स्थिति दो दशक पूर्व जातीय हिंसा से ग्रसित वारिसलीगंज में दिखाई पड़ने लगी है। इस कसौटी पर कई बार वारिसलीगंज का प्र ितभाा लोगों ने अपनी प्रतिभा दिखा कर लोहा मनवाया है।
          साधारण परिवार में जन्मे दो अधिवक्ताओं ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है । जिले को गौरवान्वित करने वाले दोनों अधिवक्ताओं में से एक वारिसलीगंज प्रखण्ड के उसी अपसढ़ गांव के हैं जो कहीं न कहीं जातीय हिसंा से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। इस मामले में लोक अभियोजक यानि सीबीआई के वकील अपसढ़ के वृजनंदन सिंह हैं। इन्होंने दो दशक पहले देश को आश्चर्यचकित कर देने वाले चारा घोटाला को अंजाम तक ले जाने का काम किया है।  वहीं इस घोटाले के अाराे िपयाें अाैर अन्य आरोपियों को बचाने वाले वकील वारिसलीगंज नगर पंचायत के बाजार निवासी विष्णु शर्मा हैं।
बृजनंदन सिंह हैं सीबीआई के वरीय विशेष लोक अभियोजक
          बिहार में चारा घोटाला उजागर होने के समय बीएन सिंह कोलकाता में सीबीआई वकील के रूप में कार्यरत थे। वे पुरुलिया में गिराए गए हथियारों का मामला देख रहे थे। 1998 में उनका ट्रांसफर कर बिहार-झारखंड सीबीआई वकील के रूप में किया गया। उस समय से 2009 में सेवा समाप्त होने के बावजूद आज तक सीबीआई वकील रहते हुए दोषियों को सजा दिलाने की पैरवी कर रहे हैं। बीएन सिंह की 12वीं तक की पढ़ाई वारसलीगंज में हुई है। पटना लॉ कॉलेज से वकालत की डिग्री लेने के पश्चात पटना हाईकोर्ट में वकालत शुरू की। इसी दौरान यूपीएससी की परीक्षा पास कर वकील नियुक्त हुए थे। वे भी हर महीने अपने गांव आते रहते हैं।
चारा घोटाल के आरोपियों के वकील विष्णु शर्मा की प्राइमरी शिक्षा वारिसलीगंज में हुई
     चारा घोटाला में लालू यादव सहित आरोपियों के वकील विष्णु शर्मा इंटर तक की पढ़ाई वारिसलीगंज से ही किए हैं। वे नंदकिशोर शर्मा के पुत्र हैं। घोटाला उजागर होने के बाद 1997 से लगातार आज तक आरोपियों की पैरवी कर रहे हैं। इनका सारा परिवार आज भी वारिसलीगंज में निवास करते हैं। इन्होनें भी पटना लाॅ काॅलेज से लाॅ  किए हैं।

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