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बारात के बदले आया 10 लाख का डिमांड

सोनू कुमार
बड़ी बहन की सड़क दुघटना में मौत हो गई थी। बहन के दो बच्चे थे। उन बच्चों का मां का प्यार मिले इसलिए छोटी बहन ने बड़ी बहन के देवर से शादी करने का तय किया। दोनों ने 12 अक्टूबर 2017 को कोर्ट में शादी किया लेकिन लड़के ने यह कहते हुए लड़की को ससुराल नही ले गया कि बारात लेकर आएंगे। उसके बाद लड़की को ले जाएंगे। 18 फरवरी को बारात आनी थी। लड़की वालों ने पूरी तैयारी कर रखी थी। लड़केवालों का इंतजार कर रहे थे। लेकिन बारात नही पहुंची। बारात के बदले दस लाख रूपए का डिमांड पहुंचा।
यह मामला बिहार के नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड के कहुआरा गांव की है। लड़की सरिता कहुआरा गांव की है। जबकि लड़का उपेन्द्र गया जिले के विला गांव निवासी राम खेलावन महतो के पुत्र हैं। दरअसल, पहले सब सामान्य था। लेकिन बारात आने के पहले सिपाही बहाली का रिजल्ट आ गया। इसके चलते लड़केवाले ने लड़की वाले से आखिरी समय में दस लाख रूपए की मांग कर दिया।

-तिथि निर्धारित होने के बाद बारात की स्वागत की हुई तैयारी
लड़के पक्ष से शादी की तिथि निर्धारित किए जाने के बाद लड़की के पिता बरत माहतो ने बारात की स्वागत के लिए तैयारियां शुरू कर दी। वे बताते हैं कि बहुत खुश थे यह सोचकर कि बड़ी बेटी के बच्चों को अब मां का भी प्यार मिलेगा। लड़के वाले भी बिना दहेज के शादी कर रहे थे। इसलिए बारातियों की स्वागत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते थे। लेकिन एक दिन अचानक लड़के की ओर से 10 लाख रूपए का डिमांड हो गया।

– सिपाही बहाली का आया रिजल्ट  रेट हुआ 10 लाख
यूं तो उपेन्द्र आज भी बेरोजगार है,लेकिन जिस वक्त शादी तय हुई थी वह किसी नौकरी की उम्मीद में नहीं था। इधर कुछ दिनों पहले सिपाही बहाली का रिजल्ट आया था। बताया जाता है कि रिजल्ट में उसका भी नाम है। रिजल्ट आाने के बाद कोर्ट में बिना दहेज की शादी करने वाले उपेन्द्र कुमार की ओर से बाराती आने की एवज में 10 लााख रूपए दहेज की मांग करने लगा।

– दहेज नहीं मिला तो नहीं आई बारात,सुनी रह गई मंडप
सरिता के पिता बरत माहतो ने बताया कि 10 लाख रूपए दहेज मांगा गया था। जिसे देने में असमर्थ था,इसलिए नहीं दे पाया। 18 फरवरी को शादी के लिए तिथि तय थी। बारातियों के स्वागत के लिए तमाम इंतजाम किए गए थे। हमलोग बारातियों का इंतजार भी कर रहे थे। लेकिन देर रात तक बारात नहीं आई तो लड़के सहित उनके परिजनों को काॅल किया। लेकिन किसी ने काॅल रिसीव नहीं किया। सरिता का भाई पंकज ने बताया कि लड़के ने दहेज मांगा था,बोला था नहीं मिलेगा तो शादी नहीं करेगे। उसने बताया कि बड़ी बहन गुड़िया की शादी लड़के के बड़े भाई सत्येन्द्र से हुई थी। उसकी नारदीगंज में सड़क दुर्घटना से मौत हो गई थी।

– नारदीगंज थाना आवेदन लेने से किया इनकार
सरिता के भाई पंकज कुमार ने बताया कि इस मामले में आवेदन देने के लिए अपनी मां अनीता देवी के साथ नारदीगंज थाना गया था। लेकिन वहां से कोई सहयोग नहीं मिला। तब महिला कोषांग गया में शिकायत दर्ज कराई गई।

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