छपरा की बेटी भावना ने सीएस परीक्षा में 22वां स्थान प्राप्त किया

रजौली प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी पंचायत अंतर्गत छपरा गांव निवासी राणा रंजीत सिंह की सबसे छोटी बेटी भावना सिंह ने सीएस फाउंडेशन की परीक्षा में भारत में बाइसवां स्थान प्राप्त किया। बेटी की सफलता से माता-पिता के साथ साथ गांव के लोगों ने प्रसन्नता प्रकट की है।
– भावना के पिता कृषक माता किरण सिंह कुशल गृहिणी
भावना के पिता कृषक हैं तो माता किरण सिंह कुशल गृहिणी हैं। माता पिता अपनी पुत्री की सफलता से गौरवान्वित हैं। कृषक पिता ने अपने सभी बच्चों की शिक्षा को प्राथमिकता दिया और बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया। भावना अपने भाई बहनों में सबसे छोटी है। बड़ी बहन कुमारी काजल बीआईटी मेसरा से एचआर व मार्केटिंग में एमबीए करने के बाद कैम्पस सेलेक्शन में जॉब प्राप्त कर चुकी हैं। वहीं भाई आकाश गौरव की पढ़ाई बिड़ला विद्या मंदिर नैनीताल में हुई जो आईआईटी दिल्ली से एमटेक कर 2017 में अच्छी कंपनी में नौकरी कर रहे हैं।
– भावना की प्राथमिक शिक्षा रजौली से हुई
भावना के पिता ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की सार्थकता को समझा और उस पर अमल करते हुए बेटी को बेहतर शिक्षा दिलायी। उन्होनें कड़ी मेहनत कर बच्चों की पढ़ाई लिखाई कराकर उन्हें अच्छे मुकाम तक पहुंचाने में सफलता हासिल की। भावना कि पढ़ाई कक्षा एक से कक्षा चार तक रजौली बाजार स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में हुई। उसके बाद दसवीं तक की शिक्षा के लिए रांची स्थित बिसप स्काॅट स्कूल में दाखिला करवाया। रांची के जेवीएम श्यामली से 12वीं पास करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी.काॅम की डिग्री हासिल की।
– कंपनी सेक्रेटरी शीप को बनाया लक्ष्य
भावना ने कंपनी सेक्रेटरी शीप को अपना लक्ष्य बनाया था, लिहाजा सीएस फाउंडेशन की परीक्षा की तैयारी आरंभ की। सीएस फाउंडेशन की परीक्षा में भावना ने देश भर में बाइसवां स्थान हासिल कर अपने परिवार और जिले का नाम रौशन किया। बच्चों की सफलता से राणा रंजीत सिंह एक कुशल कृषक के साथ कुशल अभिभावक भी साबित हुए। उन्होंने कठिन परिश्रम कर अपने तीनों बच्चों को सही मार्गदर्शन करते हुए उन्हें शिखर तक पहुंचाया।