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गंगा पास आकर भी नवादा के लोगों नहीं मिलेगा गंगाजल, पौरा में प्लांट का काम नही हुआ चालू

पौरा : जहां अभी काम भी नही हुआ शुरू 

अशोक प्रियदर्शी । नवादा
नवादा के मोतनाजे में गंगा जल उदवह योजना के लोकार्पण को लेकर तैयारी की जा रही है। रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर के लोगों के लिए गंगाजल आपूर्ति योजना की शुभारंभ करनेवाले हैं। इसी तरह सोमवार को गया में लोकापर्ण का कार्यक्रम है। लेकिन गंगा जल उदवह योजना के केन्द्र में रहा नवादा के लोगों के लिए गंगा अभी दूर ही रहेगी। चूंिक नवादा में गंगाजल आपूर्ति योजना के क्रियान्वयन की गति धीमी है।


दरअसल, नवादा के लोगों को गंगा जल की आपूर्ति सुनिष्चित कराए जाने के लिए सदर प्रखंड के पौरा गांव के समीप सकरी नदी के किनारे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जाना है। इसके लिए 17 एकड़ जमीन की बैरिकेटिंग भी की जा चुकी है। लेकिन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण शुरू नही हुआ है। इस दिशा में अभिरूचि भी नही दिख रही है। लिहाजा, स्थानीय लोगों में काफी मायूसी है।


यही नहीं, मोतनाजे से पौरा तक पाइप के जरिए गंगा जल को लाया जाना है। करीब 14 किलोमीटर पाइप बिछाया जाना है। लेकिन पाइप बिछाने की गति भी धीमी रही है। करीब तीन किलोमीटर पाइप बिछाने का काम अभी बाकी है। जैसा कि जानकारों ने बताया ट्रीटमेंट प्लांट का काम शुरू होने के बाद निर्माण करने में कम से कम एक साल का समय लग जाएगा। लेकिन अभी काम भी शुरू नही हुआ है। मई 2022 में मोतनाजे में गंगा जल उदवह का ट्रायल हुआ था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आए थे। तब भी उन्होंने जुलाई से पानी आपूर्ति की बात कही थी।

मोतनाज़े : जहां से राजगीर और गया को शुरू हुआ आपूर्ति


     हालांकि जिलाधिकारी उदिता सिंह ने कहा था कि 31 अगस्त तक नवादा नगर परिषद क्षेत्र में पानी पहुंचाने का लक्ष्य है। सिचाई विभाग के अभियंता को पाइप बिछाने के काम में तेजी लाने का निर्देश भी दिया था। लेकिन चार माह बाद भी बहुत असर नही दिख रहा है। जबकि सरकारी घोषणा के मुताबिक, जुलाई माह से ही पानी आपूर्ति किए जाने का लक्ष्य था। बता दें कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होने के बाद भी नवादा तक पानी लाने की दिषा में काम किया जाना है। लेकिन यह सब अनिश्चितता की स्थिति में है। बताया जाता है कि नवादा के कर्मचारियों को दूसरे जगह लगा दिया गया है।

राजगीर, नवादा और बोधगया को उपलब्ध कराया जाना है गंगा जल
    गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल जीवन हरियाली के तहत गंगा जल उदवह योजना बनाई गई। 19 दिसंबर 2019 को बिहार सरकार के कैबिनेट ने मंजूरी प्रदान किया था। शुरूआत में यह योजना 2836 करोड़ रूपए की थी। लेकिन बाद में इसे 4174 करोड़ रूपए की गई है। योजना के तहत राजगीर, नवादा, गया और बोधगया को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। यह योजना 2051 की आबादी को केन्द्रित कर बनाया गया है। योजना के मुताबिक, प्रत्येक व्यक्ति को 135 लीटर पानी प्रतिदिन उपलब्ध कराया जाना है।

मोतनाज़े वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में गंगा जल की आपूर्ति 


    गौरतलब हो कि मोकामा के हथिदह से करीब 151 किलोमीटर गया तक गंगा जल का पानी लाए जाने की योजना है। इसमें करीब 91 किलोमीटर की दूरी पर नवादा के मोतनाजे में डिटेंशन सेंटर बनाया गया है, जहां से राजगीर के घोड़ा कटोरा और गया के तेतर रिजरवायर में मोटर के जरिए पानी की आपूर्ति की जानी है। डिटेंशन सेंटर से ही राजगीर के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में आपूर्ति की जानी है। मोतनाजे से ही नवादा का पौरा भी भेजा जाना है, लेकिन काम ठप है। बता दें कि नवादा सूखाग्रस्त इलाका रहा है। पेयजल की गंभीर समस्या रही है। मेसकौर प्रखंड के कई इलाके में बरसात में भी पेयजल की समस्या है।


    हालांकि पिछले दिनों उदघाटन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि मार्च 2023 तक नवादा में भी पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। स्थानीय नागरिक कहते हैं कि , बिना पाइप लाइन बिछाए और वाटर ट्रीटमेंट का निर्माण हुए बिना चार माह में पानी आपूर्ति की घोषणा पर संदेह है।  

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